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सुरकंडा देवी | Surkanda Devi

Category Archives: Uttarakhand Tehri News

सुरकंडा देवी | Surkanda Devi

सुरकंडा देवी मंदिर भारत के उत्तराखंड राज्य के टिहरी गढ़वाल ज़िले में धनोल्टी के पास स्थित एक हिंदू तीर्थस्थल है । लगभग 2,756 मीटर (9,042 फीट) की ऊँचाई पर स्थित, यह मंदिर हिमालय पर्वतमाला का मनोरम दृश्य प्रस्तुत करता है। यह एक पूजनीय शाक्त पीठ स्थल है, जो उस पौराणिक घटना से जुड़ा है जहाँ माना जाता है कि देवी सती का सिर गिरा था, जिससे यह स्थान दिव्य चेतना के एक पवित्र केंद्र के रूप में चिह्नित है।

ऐसा माना जाता है कि “सुरकंडा” नाम दो संस्कृत शब्दों से मिलकर बना है: “सिर” जिसका अर्थ है “सिर” और “खंड” जिसका अर्थ है “खंड”, जो इस स्थान पर देवी सती के सिर गिरने के पौराणिक संबंध को दर्शाता है।

surkanda devi

पुरोहित मंदिर के पुजारी

surkanda deviमंदिर के पुजारी पारंपरिक रूप से मंदिर के पास स्थित पट्टी बामुंड के पुजाल्डी गांव के लेखवार ब्राह्मण समुदाय से हैं।

दक्ष यज्ञ और शक्ति पीठों की रचना

हिंदू पौराणिक कथाओं के अनुसार, राजा दक्ष की पुत्री और शिव की अर्धांगिनी सती ने अपने पिता द्वारा शिव का अपमान करने पर आयोजित एक यज्ञ के दौरान आत्मदाह कर लिया था। दुःखी होकर, शिव सती के शव को लेकर ब्रह्मांड में विचरण करते रहे। शिव को शांत करने और ब्रह्मांडीय संतुलन बहाल करने के लिए, विष्णु ने अपने सुदर्शन चक्र से सती के शव के टुकड़े कर दिए। जिन स्थानों पर उनके शरीर के अंग गिरे, वे शक्ति पीठ कहलाए। सुरकंडा देवी मंदिर उस स्थान को चिह्नित करता है जहाँ देवी का सिर गिरा था।

51 शक्ति पीठों का निर्माण:

सती के शरीर के ये टुकड़े जहाँ-जहाँ गिरे, वहाँ-वहाँ 51 शक्ति पीठों का निर्माण हुआ।

surkanda devi mandir

ऐसे पहुंचें सुरकंडा देवी मंदिर:

सुरकंडा देवी मंदिर में आने के लिये सबसे पहले ऋषिकेश से चम्बा से कददूखाल तक बस या छोटी गाड़ियों से यह पहुंचते हैं. दूसरा रास्ता देहरादून से मसूरी, धनौल्टी होते हुये कद्दूखाल पहुंचते हैं. कद्दूखाल से मंदिर तक ट्रॉली की सेवा है. भक्तजन ट्रॉली के माध्यम से मंदिर तक पहुंच सकते हैं. उसके बाद माता के दर्शन करते हैं. इस मंदिर के प्रांगण से गंगोत्री और यमुनोत्री के साथ गौमुख की बर्फ से ढकी पहाड़ियां दिखाई देती हैं.

रोपवे से पहुंचे मंदिर तक

surkanda devi mandir

अभी तक कद्दूखाल से सुरकंडा मंदिर तक पहुंचने के लिए डेढ़ किमी की खड़ी चढ़ाई चढ़नी होती थी। इसमें करीब डेढ़ से दो घंटे के वक्‍त लगता था। लेकिन कद्दूखाल से सुरकंडा देवी मंदिर परिसर के लिए छह सौ मीटर का रोपवे तैयार किया गया है। छह टावरों के सहारे 16 ट्रालियों का संचालन हो रहा है। प्रत्येक ट्राली में चार यात्रियों के बैठने की अनुमित होगी। इसका संचालन सुबह नौ से शाम पांच बजे तक होता है।


सुरकंडा देवी मंदिर – स्थान, इतिहास, ट्रेक और यात्रा गाइड | Surkanda Devi Temple – Location, History, Trek & Travel Guide

सुरकंडा देवी (surkanda devi)मंदिर भारत के उत्तराखंड राज्य के टिहरी गढ़वाल ज़िले में धनोल्टी के पास स्थित एक हिंदू तीर्थस्थल है । लगभग 2,756 मीटर (9,042 फीट) की ऊँचाई पर स्थित, यह मंदिर हिमालय पर्वतमाला का मनोरम दृश्य प्रस्तुत करता है। यह एक पूजनीय शाक्त पीठ स्थल है, जो उस पौराणिक घटना से जुड़ा है जहाँ माना जाता है कि देवी सती का सिर गिरा था, जिससे यह स्थान दिव्य चेतना के एक पवित्र केंद्र के रूप में चिह्नित है। Continue reading सुरकंडा देवी मंदिर – स्थान, इतिहास, ट्रेक और यात्रा गाइड | Surkanda Devi Temple – Location, History, Trek & Travel Guide


बुग्यालों में परमिट नहीं मिलने से रास्तों में डेरा डाले बैठे हैं वन गुर्जर, मवेशियों के साथ संकट में जीवन

पुरोला (उत्तरकाशी): उत्तरकाशी जिले के ऊंचाई वाले बुग्यालों (ऊंचे घास के मैदान) की ओर हर साल गर्मियों में मवेशियों को चराने जाने वाले वन गुर्जरों के सामने इस बार बड़ी परेशानी खड़ी हो गई है। वन विभाग से चराई परमिट नहीं मिलने के कारण दर्जनों गुर्जर परिवार अपने सैकड़ों मवेशियों के साथ रास्तों में ही डेरा डाले हुए हैं।

टौंस और चकराता वन प्रभाग के अंतर्गत आने वाले क्षेत्र में सहारनपुर, मोहंड जैसे उत्तर प्रदेश के मैदानी इलाकों से आने वाले गुर्जरों को इस बार पर्यावरणीय कारणों या प्रशासनिक दिशा-निर्देशों के चलते रोका जा रहा है। इससे प्रभावित लोगों की आजीविका पर सीधा असर पड़ रहा है।

सड़कों और जंगलों में तंबू गाड़कर दिन काट रहे गुर्जर
करीब तीन दर्जन से अधिक वन गुर्जर परिवार अपने मवेशियों के साथ टौंस वन प्रभाग और मोरी पार्क क्षेत्र के जंगलों की ओर पहुंच चुके हैं। लेकिन बगैर परमिट के वे मियांगाड़, नासना तपड़ सांद्रा, ठडियार और चकराता वन प्रभाग के त्यूणी क्षेत्र में सड़क किनारे और जंगलों में अस्थायी रूप से रह रहे हैं। इनमें से कई परिवार पिछले कई दिनों से वहीं पर रुके हुए हैं, लेकिन उन्हें न तो आगे बढ़ने दिया जा रहा है और न ही कोई वैकल्पिक व्यवस्था की गई है।

वन विभाग का रवैया सवालों के घेरे में
वन गुर्जरों का आरोप है कि वे हर साल की तरह इस बार भी समय पर अपने मवेशियों के साथ बुग्यालों की ओर निकले थे, लेकिन इस बार विभाग ने उन्हें बगैर पूर्व सूचना के रोका है। न परमिट दिए जा रहे हैं और न ही चराई का कोई वैकल्पिक स्थान सुझाया गया है। इससे मवेशियों को चारा नहीं मिल पा रहा और बीमार होने का खतरा बढ़ गया है।

पर्यावरण संरक्षण बनाम पारंपरिक आजीविका
वन विभाग का पक्ष अभी सामने नहीं आया है, लेकिन माना जा रहा है कि संवेदनशील बुग्याल क्षेत्रों के संरक्षण और बढ़ते दबाव को देखते हुए इस बार चराई परमिट जारी करने में सख्ती बरती जा रही है। हालांकि विशेषज्ञों का मानना है कि गुर्जरों की पारंपरिक जीवनशैली और आजीविका को भी संरक्षण की आवश्यकता है, ताकि वन संरक्षण और मानवीय संवेदना में संतुलन कायम रखा जा सके।


प्री-मानसून बारिश ने दी राहत, दून में तापमान सामान्य से 8 डिग्री नीचे

देहरादून: उत्तराखंड में इस साल प्री-मानसून की बारिश ने गर्मी से बड़ी राहत दी है। मई माह, जो सामान्यतः तीखी धूप और तपती गर्मी के लिए जाना जाता है, इस बार अपेक्षाकृत ठंडा और सुहावना रहा है। खासकर राजधानी देहरादून में दिन का तापमान लगातार सामान्य के आसपास या उससे नीचे बना हुआ है।

रविवार को भी यही रुख देखने को मिला। सुबह से दोपहर तक हुई झमाझम बारिश के चलते दून का अधिकतम तापमान सामान्य से पूरे आठ डिग्री कम 27.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। मौसम विभाग के अनुसार, यह तापमान मई माह के लिए काफी असामान्य है और जलवायु परिवर्तन व बढ़ी हुई प्री-मानसून गतिविधियों का संकेत देता है।

पूरे प्रदेश में बारिश का असर
देहरादून के अलावा प्रदेश के कई हिस्सों में भी प्री-मानसून की फुहारें लगातार मौसम को ठंडा बनाए हुए हैं। मई की शुरुआत तेज बारिश से हुई और उसके बाद भी रुक-रुक कर हल्की बारिश होती रही, जिससे तापमान में गिरावट बनी रही। रविवार को भी राजधानी समेत कई जिलों में घने बादल और बारिश का असर बना रहा।

सोमवार को भी बारिश के आसार
मौसम विभाग ने बताया कि सोमवार को भी दून और आसपास के इलाकों में हल्की बारिश हो सकती है। अनुमान है कि दिन का अधिकतम तापमान 33 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 22 डिग्री सेल्सियस के आसपास रह सकता है।

जलवायु परिवर्तन के संकेत
मौसम विज्ञानियों का मानना है कि इस बार की बारिश और तापमान में उतार-चढ़ाव जलवायु परिवर्तन का संकेत हो सकते हैं। उन्होंने बताया कि प्री-मानसून बारिश की मात्रा में वृद्धि हुई है, जिससे उत्तराखंड जैसे पहाड़ी राज्यों में भी गर्मी का असर पहले की अपेक्षा कम महसूस हो रहा है।


Uttarkashi Tunnel Collapse Live: रेस्क्यू ऑपरेशन का सातवां दिन, मदद के लिए ऑस्ट्रेलिया से पहुंचे विशेषज्ञ

Uttarkashi Silkyara Tunnel Collapse Accident Rescue Latest News Live: यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर सिलक्यारा से डंडालगांव के बीच निर्माणाधीन सुरंग में हुए हादसे में तकरीबन 40 मजदूर फंसे हैं। मजदूरों को बचाने रेस्क्यू ऑपरेशन आज सातवें दिन भी जारी है। Continue reading Uttarkashi Tunnel Collapse Live: रेस्क्यू ऑपरेशन का सातवां दिन, मदद के लिए ऑस्ट्रेलिया से पहुंचे विशेषज्ञ


Delhi-Dehradun Expressway: डाट काली मंदिर के पास दूसरी नई सुरंग पर सुरु हुई आवाजाही

Delhi-Dehradun Expressway: दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेस-वे का काम तेजी से आगे बढ़ रहा है। इसी कड़ी में डाटकाली मंदिर के पास बनाई गई नई सुरंग और आशारोड़ी की तरफ से डेढ़ किमी हिस्से में नई सड़क को ट्रैफिक के लिए खोल दिया गया है। छह लेन में बनने वाली इस सड़क के एक हिस्से में इन दिनों ट्रैफिक गुजारा जा रहा है, जबकि दूसरे हिस्से में युद्धस्तर पर काम जारी है। Continue reading Delhi-Dehradun Expressway: डाट काली मंदिर के पास दूसरी नई सुरंग पर सुरु हुई आवाजाही


सुरकंडा देवी मंदिर का इतिहास ( Surkanda Devi Temple Story in हिंदी )

यह मंदिर पूरे भारतीय उपमहाद्वीप में स्थित 51 शक्तिपीठों में से एक है और देवी सुरकंडा को समर्पित है – जो स्त्री दिव्यता की अभिव्यक्ति है। यह मंदिर अपनी स्थापत्य सुंदरता और अपने स्थान के लिए प्रसिद्ध है – 2,700 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है, जहां से बर्फीली हिमालय की चोटियों के साथ-साथ आसपास के क्षेत्र का 360 डिग्री दृश्य दिखाई देता है। Continue reading सुरकंडा देवी मंदिर का इतिहास ( Surkanda Devi Temple Story in हिंदी )


Vande Bharat: 4.45 घंटे में होगा दिल्ली से देहरादून का सफर, पीएम ने उत्तराखंड को दिया पहला वंदे भारत

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए देहरादून से दिल्ली के बीच पहली वंदे भारत एक्सप्रेस को हरी झंडी दिखाई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि दिल्ली और देहरादून के बीच चलने वाली यह वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन देश की राजधानी को तेज गति से जोड़ेगी. इस ट्रेन से दिल्ली और देहरादून के बीच यात्रा का समय काफी कम हो जाएगा। इस सफर को सुखद बनाने वाली हैं ट्रेन में ये सुविधाएं: Continue reading Vande Bharat: 4.45 घंटे में होगा दिल्ली से देहरादून का सफर, पीएम ने उत्तराखंड को दिया पहला वंदे भारत


UK Board 10th Result 2023: कारपेंटर के बेटे सुशांत ने बिना ट्यूशन पढ़े उत्तराखंड में किया टॉप

उत्तराखंड बोर्ड की हाईस्कूल परीक्षा में थौलधर भागीरथी हायर सेकेंडरी विद्या मंदिर कंडी-छम के छात्र सुशांत चंद्रवंशी ने 99 प्रतिशत अंक प्राप्त कर प्रदेश की मेरिट सूची में सर्वोच्च स्थान प्राप्त कर जिले का नाम रोशन किया है. मूल रूप से बिहार के बेतिया के रहने वाले सुशांत के पिता ध्रुव प्रसाद राजवंशी चिन्यालीसौड़ बाजार में फर्नीचर की दुकान चलाते हैं। मां ललिता देवी गृहिणी हैं। Continue reading UK Board 10th Result 2023: कारपेंटर के बेटे सुशांत ने बिना ट्यूशन पढ़े उत्तराखंड में किया टॉप


Uttarakhand News: कमाल है शिक्षा विभाग के कारनामों का… सुगम की चाह में औरों की राह रोक दी।

शिक्षा विभाग के कारनामे हैरान करने वाले हैं। विभाग बार-बार दुर्गम से सुगम क्षेत्रों में ऐसे शिक्षकों के नाम अनिवार्य स्थानान्तरण सूची में दे रहा है, जिनका वांछित स्थान उपलब्ध न होने के कारण स्थानान्तरण नहीं हो रहा है। हालात यह हो गए हैं कि अन्य शिक्षकों के सुचारू रूप से आने का रास्ता बंद हो गया है। Continue reading Uttarakhand News: कमाल है शिक्षा विभाग के कारनामों का… सुगम की चाह में औरों की राह रोक दी।


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