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सोशल मीडिया पर ठगी का नया तरीका, सांसद के नाम का गलत इस्तेमाल

Category Archives: क्राइम

सोशल मीडिया पर ठगी का नया तरीका, सांसद के नाम का गलत इस्तेमाल

देहरादून- साइबर अपराधियों ने अब उत्तराखंड के राज्यसभा सांसद नरेश बंसल के नाम का सहारा लेकर नया जाल बिछा दिया है। आरोप है कि लिंकडिन पर किसी ने “इंटर्नशिप ऑफर” वाला फर्जी प्रोफाइल बनाकर युवाओं को लुभाया और खुद को सांसद से जुड़ा बताकर सरकारी कार्यक्रमों के पास दिलाने का प्रलोभन दिया।

सूत्रों के मुताबिक, संदिग्ध प्रोफाइल पर 15 अगस्त को संसद परिसर दिखवाने और गणतंत्र दिवस परेड की वीआईपी एंट्री दिलाने जैसी सुविधाएं मिलने का दावा किया गया। इसी बहाने कई लोगों से संपर्क कर रकम ऐंठने की कोशिश की गई।

मामला सामने आते ही पुलिस हरकत में आई। शहर कोतवाली में अज्ञात के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है। कोतवाल प्रदीप पंत ने बताया कि लिंकडिन प्रोफाइल से जुड़े व्यक्ति की जांच की जा रही है। पुलिस का कहना है कि इसके पीछे काम कर रहे नेटवर्क की पहचान कर जल्द कार्रवाई की जाएगी।


सीबीआई अफसर बनकर रिटायर्ड बीएसएफ इंस्पेक्टर से ठगे 60 लाख रुपये, आरोपी गिरफ्तार

16 दिन तक रिटायर्ड BSF इंस्पेक्टर को ‘डिजिटल अरेस्ट’ में रखा

रुद्रपुर। साइबर थाना पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए रिटायर्ड बीएसएफ इंस्पेक्टर के साथ “डिजिटल अरेस्ट” ठगी करने वाले शातिर को गुरुग्राम से दबोच लिया। आरोपी खुद को सीबीआई अधिकारी बताकर पीड़ित को 16 दिन तक मनोवैज्ञानिक दबाव में रखता रहा और अलग-अलग खातों में 60 लाख रुपये ट्रांसफर करा लिए। पुलिस अब उससे नेटवर्क और रकम के इस्तेमाल को लेकर पूछताछ कर रही है।

एसटीएफ के एसएसपी नवनीत सिंह भुल्लर ने बताया कि नैनीताल जिले के बेतालघाट निवासी रिटायर्ड इंस्पेक्टर ने जुलाई में साइबर थाने में शिकायत दी थी। उन्होंने बताया कि उन्हें अज्ञात नंबर से व्हाट्सऐप कॉल आया। कॉल करने वाला शख्स खुद को महाराष्ट्र साइबर क्राइम और सीबीआई का अधिकारी बताकर यह दावा करने लगा कि उनके नाम पर खुले बैंक खाते से 68 करोड़ रुपये मनी लॉन्ड्रिंग का ट्रांजेक्शन हुआ है।

शातिर ने पीड़ित की संपत्ति और बैंकिंग डिटेल्स की “जांच” करने के नाम पर लगातार वीडियो कॉल पर जोड़े रखा और इसी दौरान पीड़ित को डिजिटल अरेस्ट कर 16 दिनों में 60 लाख रुपये अलग-अलग खातों में ट्रांसफर करा लिए।

शिकायत दर्ज होने के बाद टीम ने टेक्निकल और डॉक्यूमेंट एनालिसिस के आधार पर आरोपी की पहचान की। शुक्रवार को इंस्पेक्टर अरुण कुमार की अगुवाई में टीम ने राजस्थान के अजमेर जिले के जेवाजा थाना क्षेत्र के ग्राम गोहाना, रजियावास निवासी कमल सिंह को हरियाणा के न्यू कॉलोनी, गुरुग्राम से गिरफ्तार किया।

पुलिस ने आरोपी से एक मोबाइल और दो सिम कार्ड बरामद किए हैं। आरोपी से उसके गिरोह और बाकी ट्रांजेक्शन्स के बारे में पूछताछ जारी है।


कुंडा पुलिस की बड़ी कार्रवाई, बिजनौर का हिस्ट्रीशीटर सुहैल उर्फ सोनू गिरफ्तार

फर्जी आधार बनाकर “मोहम्मद जैद” नाम से रह रहा था आरोपी, तीन शहरों में बदलता रहा ठिकाने

रुद्रपुर। कुंडा पुलिस ने उत्तर प्रदेश बिजनौर के अफजलगढ़ निवासी हिस्ट्रीशीटर अपराधी सुहैल उर्फ सोनू पुत्र शमीम अहमद (39 वर्ष) को गिरफ्तार किया। आरोपी फर्जी आधार कार्ड बनाकर “मोहम्मद जैद” नाम से जसपुर, कुंडा और काशीपुर में किराए पर रह रहा था।

वादी फईम अहमद की मोबाइल शॉप से 12 मोबाइल, 1 लैपटॉप, 1 एलसीडी और 1 साउंड बॉक्स चोरी की गई थी। मुकदमा अपराध संख्या 336/2025 में पुलिस ने कार्रवाई करते हुए आरोपी को पकड़ लिया। उसके पास से 8 मोबाइल, 1 सैमसंग एलसीडी, 1 साउंड बॉक्स बरामद हुए। आरोपी ने बाकी मोबाइल और लैपटॉप अपने साथी नौशाद आलम को बेचे थे, जो फिलहाल फरार है।

आरोपी सुहैल उर्फ सोनू बिजनौर का हिस्ट्रीशीटर संख्या-84ए है, जिस पर एनडीपीएस, गैंगस्टर और आयुध अधिनियम सहित 6 मुकदमे दर्ज हैं।

पुलिस टीम में प्रभारी निरीक्षक रवि कुमार सहित नौ सदस्य शामिल रहे। एसएसपी मणिकांत मिश्रा ने टीम को सराहना करते हुए फरार अपराधी की शीघ्र गिरफ्तारी के निर्देश दिए।


हेली टिकट बुकिंग के नाम पर ठगी करने वाले गिरोह का पर्दाफाश, चार आरोपी गिरफ्तार

गुजरात के यात्री से 1.91 लाख की ठगी, गुप्तकाशी पुलिस ने खोला राज़

देहरादून। गुप्तकाशी पुलिस ने हेली टिकट बुकिंग के नाम पर ठगी करने वाले गिरोह का पर्दाफाश करते हुए चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है। यह गिरोह ऑनलाइन भुगतान के जरिए लोगों से लाखों की ठगी कर चुका है। गुजरात के एक यात्री से इन्होंने करीब दो लाख रुपये हड़प लिए थे।

गुजरात के सूरत निवासी सूर्यप्रकाश मिश्रा ने थाना गुप्तकाशी में 7 जुलाई को शिकायत दर्ज कराई थी। उन्होंने बताया कि सोशल मीडिया पर एक फर्जी हेली कंपनी की वेबसाइट देखकर उन्होंने 32 यात्रियों के टिकट बुक करने की बात तय की थी। व्हाट्सएप चैटिंग के माध्यम से बुकिंग फाइनल हुई और उन्हें एक अकाउंट नंबर भेजा गया। मिश्रा ने 1,91,812 रुपये ऑनलाइन जमा कर दिए, लेकिन भुगतान के बाद न तो टिकट मिले और न ही सामने वाले ने फोन रिसीव किया।

एसपी अक्षय प्रह्लाद कोंडे ने बताया कि करीब दो माह की जांच के बाद पुलिस ने मामले का खुलासा किया। जांच में आरोपियों के 18 बैंक खाते और कई मोबाइल फोन बरामद हुए हैं। ठगी के मास्टरमाइंड को बिहार के नवादा और अन्य तीन आरोपियों को ओडिशा के मयूरगंज से पकड़ा गया है।

गिरफ्तार आरोपियों की पहचान आकर्षण गुप्ता (18) निवासी बिहार, अनंत कुमार सिंह (25), सौभाग्य शेखर महतो (26) और दौलागोबिंदा (ओडिशा निवासी) के रूप में हुई है। पुलिस इनके आपराधिक इतिहास की भी छानबीन कर रही है।

मास्टरमाइंड का खेल
पुलिस के अनुसार, मुख्य आरोपी आकर्षण गुप्ता ही व्हाट्सएप कॉल और टेलीग्राम का इस्तेमाल कर पीड़ितों से बातचीत करता था। उसने अपने साथियों के नाम से सिम, खाते और एटीएम कार्ड लिए हुए थे। रकम मिलते ही वह तुरंत खाते से पैसा निकाल लेता और अपने साथियों को मामूली हिस्सा देकर बाकी रकम खुद रख लेता था।


बॉम्बे हाईकोर्ट को फिर मिली बम से उड़ाने की धमकी, 7 दिन में दूसरी बार मचा हड़कंप

मुंबई: बॉम्बे हाईकोर्ट को एक बार फिर बम से उड़ाने की धमकी (Bomb Threat to Bombay High Court) मिली है, जिससे कोर्ट परिसर और आसपास के इलाके में अफरा-तफरी मच गई। मुंबई पुलिस ने जानकारी दी कि धमकी मिलते ही अदालत परिसर को तुरंत खाली कराया गया और बम निरोधक दस्ता (Bomb Squad) एवं डॉग स्क्वॉड को मौके पर तैनात किया गया। हालाँकि, जांच में कुछ भी संदिग्ध नहीं पाया गया है।

धमकी के बाद कोर्ट परिसर में सुरक्षा बढ़ाई गई

यह घटना तब सामने आई जब बॉम्बे हाईकोर्ट को एक ईमेल या फोन कॉल के ज़रिए धमकी मिली कि परिसर को बम से उड़ा दिया जाएगा। पुलिस ने ऐहतियात के तौर पर पूरे क्षेत्र की घेराबंदी की और तलाशी अभियान चलाया। कई घंटे की छानबीन के बाद किसी भी तरह का विस्फोटक पदार्थ नहीं मिला।

7 दिनों में दूसरी बार मिली धमकी

गौरतलब है कि सिर्फ 7 दिन पहले भी बॉम्बे हाईकोर्ट को इसी तरह की धमकी दी गई थी। उस समय भी बम स्क्वॉड और डॉग स्क्वॉड की मदद से पूरे इलाके की तलाशी ली गई थी, लेकिन कोई विस्फोटक नहीं मिला था। बार-बार मिल रही धमकियों ने मुंबई पुलिस और खुफिया एजेंसियों को सतर्क कर दिया है।

मुंबई पुलिस की प्रतिक्रिया

मुंबई पुलिस ने बताया कि वह मामले को गंभीरता से ले रही है और धमकी देने वाले की पहचान करने की कोशिश कर रही है। साइबर सेल और ATS (Anti-Terrorism Squad) को भी मामले की जांच में लगाया गया है। पुलिस का मानना है कि यह शरारती तत्वों की करतूत हो सकती है, लेकिन किसी भी संभावना को नज़रअंदाज़ नहीं किया जा रहा।

कानून व्यवस्था को लेकर चिंता

बार-बार कोर्ट जैसी संवेदनशील जगहों को धमकी मिलना देश की न्याय व्यवस्था और सुरक्षा व्यवस्था दोनों पर सवाल खड़े करता है। प्रशासन को चाहिए कि वह ऐसे मामलों में कड़ी कार्रवाई करे ताकि भविष्य में कोई ऐसी हरकत करने की हिम्मत न कर सके।


पीजीआई चंडीगढ़ की लाइब्रेरी से डॉक्टर का आईपैड और चार्जर चोरी

चंडीगढ़: उत्तर भारत के सबसे बड़े चिकित्सा संस्थान पीजीआई चंडीगढ़ में चोरी की घटनाएं लगातार सामने आ रही हैं। ताजा मामले में एक डॉक्टर का आईपैड और चार्जर लाइब्रेरी से चोरी हो गया। पुलिस ने अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

शिकायत दर्ज

मूल रूप से मध्य प्रदेश निवासी डॉ. विपेंद्र सिंह राजपूत (27) ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि वह सेक्टर-12 स्थित पीजीआई के एडवांस ट्रॉमा सेंटर में एसएमओ के पद पर कार्यरत हैं। एक सितंबर को वह दोपहर करीब 1 बजे पीजीआई की तुलसीदास लाइब्रेरी में पढ़ाई कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने अपना आईपैड एयर-4, चार्जर और लैपटॉप पास ही रखा हुआ था।

ड्यूटी पर गए, वापस आने पर सामान गायब

करीब 2.15 बजे उन्हें ड्यूटी कॉल आने पर ट्रॉमा सेंटर जाना पड़ा। देर रात 3 बजे वह लाइब्रेरी लौटे तो कर्मचारियों ने बताया कि पहली मंजिल का हिस्सा दोपहर 2 बजे बंद हो चुका था और अब अगली सुबह 9 बजे ही खुलेगा। अगले दिन ड्यूटी के बाद जब वह दोपहर करीब 3 बजे लाइब्रेरी पहुंचे तो उनका लैपटॉप तो मिल गया, लेकिन आईपैड और चार्जर गायब थे।

पुलिस जांच जारी

सूचना मिलने पर सेक्टर-11 थाना पुलिस ने अज्ञात चोर के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। पुलिस आसपास के सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगालकर आरोपी की पहचान में जुटी है।


फर्जी प्रोफाइल बनाकर युवती से विवाह कर दहेज और धर्म परिवर्तन का बनाया दबाव, आरोपी गिरफ्तार

मोनिश ने खुद को हिन्दू बताकर की शादी 

रुद्रपुर। स्थानीय पुलिस ने शादी डॉट कॉम पर फर्जी प्रोफाइल बनाकर हिन्दू युवती से शादी करने और बाद में दहेज माँग व धर्म परिवर्तन का दबाव डालने वाले आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी का असली नाम मोनिश पुत्र इरशाद अहमद भारती है, जो मेरठ का रहने वाला है और वर्तमान में दिनेशपुर में रह रहा था।

पीड़िता ने थाना नानकमत्ता पुलिस को तहरीर दी कि युवक ने स्वयं को मनीष चौधरी पुत्र अमित चौधरी, हिन्दू जाति बताकर 11 दिसंबर 2024 को प्रेम पैलेस, नानकमत्ता में उससे हिन्दू रीति-रिवाज से विवाह किया। शादी के बाद आरोपी और उसके परिवार ने ₹2 लाख नकद, कार और सोने के आभूषण की माँग की। विरोध करने पर पीड़िता से गाली-गलौज, मारपीट की गई और 21 फरवरी 2025 को घर से निकाल दिया गया।

घर से निकाले जाने के बाद पता चला कि आरोपी का नाम वास्तव में मोनिश है और वह मुस्लिम समुदाय से संबंध रखता है। साथ ही वह पहले से ही एक मुस्लिम युवती से विवाह कर चुका है। पीड़िता ने यह भी आरोप लगाया कि आरोपी उस पर जबरन धर्म परिवर्तन और मांसाहार खाने का दबाव डालता था।

पीड़िता की तहरीर पर थाना नानकमत्ता में FIR संख्या-162/2025 दर्ज कर मामले की विवेचना उपनिरीक्षक रजनी गोस्वामी को सौंपी गई। पूछताछ में आरोपी ने फर्जी प्रोफाइल बनाने और शादी कर धोखा देने की बात कबूल कर ली।

6 सितंबर 2025 को पुलिस ने आरोपी को दिनेशपुर से गिरफ्तार कर न्यायालय के समक्ष पेश करने की कार्रवाई शुरू कर दी।
एसएसपी मणिकांत मिश्रा ने कहा कि महिलाओं के साथ धोखाधड़ी, दहेज प्रताड़ना और जबरन धर्म परिवर्तन जैसे अपराध किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किए जाएंगे और इनके खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी।


फतेहपुर- आवास योजना में मजदूरी घोटाला उजागर, 10 अधिकारियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज

फतेहपुर – फतेहपुर जनपद की सरकंडी ग्राम सभा में वर्ष 2023-24 की प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत मजदूरी भुगतान में बड़ा घोटाला सामने आया है। मामले में खंड विकास अधिकारी (बीडीओ) की ओर से 10 अधिकारियों और कर्मचारियों के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज कराई गई है।

आरोपियों में तत्कालीन दो जूनियर इंजीनियर, दो ग्राम पंचायत सचिव, एक कंप्यूटर ऑपरेटर और एक अतिरिक्त कार्यक्रम अधिकारी सहित अन्य जिम्मेदार अधिकारी शामिल हैं। बताया जा रहा है कि इन सभी पर मजदूरी भुगतान में अनियमितता और गड़बड़ियों का आरोप है।

मुख्य विकास अधिकारी (सीडीओ) के आदेश पर इस प्रकरण की विस्तृत जांच कई दिनों तक चली। जांच रिपोर्ट में सामने आया कि निर्माण कार्यों के मजदूरों के नाम पर भुगतान तो हुआ, लेकिन या तो फर्जी दस्तावेजों के आधार पर या फिर वास्तविक मजदूरों को पूरी मजदूरी नहीं दी गई।

जांच पूरी होने के बाद खंड विकास अधिकारी ने संबंधित आरोपियों के खिलाफ पुलिस में रिपोर्ट दर्ज कराई है। अधिकारियों के अनुसार, इस घोटाले की जांच के आधार पर अब कानूनी कार्रवाई की प्रक्रिया तेज़ी से आगे बढ़ाई जा रही है।


ज्वालापुर दोहरा हत्याकांड- दो आरोपियों को उम्रकैद, अदालत ने लगाया साढ़े पांच लाख जुर्माना

हरिद्वार। ज्वालापुर क्षेत्र में वर्ष 2015 में हुए बहुचर्चित दोहरे हत्याकांड में जिला अदालत ने अहम फैसला सुनाते हुए दो आरोपियों को दोषी करार देते हुए उम्रकैद की सजा सुनाई है। जिला एवं सत्र न्यायाधीश नरेंद्र दत्त की अदालत ने दोषियों आशीष मेहता और अरुण को आजीवन कारावास के साथ-साथ कुल साढ़े पांच लाख रुपये के जुर्माने से दंडित किया।

विशेष लोक अभियोजक धर्मेश कुमार और जिला शासकीय अधिवक्ता इंद्रपाल बेदी के अनुसार, यह घटना 3 अक्तूबर 2015 की रात करीब साढ़े नौ बजे की है। शास्त्री नगर क्षेत्र में पुरानी रंजिश के चलते आरोपियों ने तीन युवकों पर जानलेवा हमला कर दिया था, जिसमें पंकज और कार्तिक की मौके पर ही मृत्यु हो गई थी, जबकि रोहित उर्फ बंटी गंभीर रूप से घायल हो गया था।

पीड़ित पक्ष की ओर से मृतक पंकज के पिता नौरतू ने ज्वालापुर कोतवाली में रिपोर्ट दर्ज कराई थी। मामले की जांच के बाद पुलिस ने आशीष मेहता, अरुण और महेश मेहता के खिलाफ आरोप पत्र दाखिल किया। सुनवाई के दौरान आरोपी महेश मेहता की मृत्यु हो जाने के कारण उसके विरुद्ध कार्यवाही समाप्त कर दी गई, जबकि एक अन्य नाबालिग आरोपी का मामला किशोर न्याय बोर्ड को सौंपा गया।

अदालत में सुनवाई के दौरान वादी पक्ष की ओर से कुल 30 गवाहों को पेश किया गया। सभी साक्ष्यों और दलीलों को सुनने के बाद न्यायालय ने आशीष मेहता निवासी शास्त्री नगर और अरुण निवासी अंबेडकर नगर को दोषी ठहराया।

अदालत ने दोनों दोषियों को हत्या के अपराध में उम्रकैद और 5.5 लाख रुपये जुर्माना, जानलेवा हमले के लिए 10 साल की कैद और ₹5,000 जुर्माना, तथा गाली-गलौज के आरोप में एक माह की सजा और ₹500 के जुर्माने की सजा सुनाई है।


विकासनगर- हरबर्टपुर में अनैतिक गतिविधियों का भंडाफोड़, पांच गिरफ्तार

देहरादून – विकासनगर पुलिस और मानव तस्करी रोधी इकाई (एएचटीयू) की संयुक्त टीम ने सोमवार रात हरबर्टपुर क्षेत्र की एक बस्ती में छापा मारकर देह व्यापार की गतिविधियों का खुलासा किया। इस कार्रवाई में एक युवती सहित पांच लोगों को हिरासत में लिया गया है।

पुलिस के अनुसार, यह कार्रवाई एसएसपी को मिली गुप्त सूचना के आधार पर की गई। जानकारी मिलते ही एएचटीयू प्रभारी हरिओम राज चौहान के नेतृत्व में स्थानीय पुलिस ने संबंधित मकान पर छापा मारा, जहां संदिग्ध परिस्थितियों में कुछ लोग मौजूद थे। मौके से ₹2350 नकद और आपत्तिजनक सामग्री बरामद की गई।

गिरफ्तार व्यक्तियों में मंडी चौक, चिरंजीपुर निवासी हरिकिशोर उर्फ राजकुमार, उत्तरकाशी जिले के बड़कोट क्षेत्र निवासी मकान के केयरटेकर जयनारायण शर्मा, हरबर्टपुर के रामबाग निवासी एक ग्राहक, उत्तर प्रदेश निवासी एक महिला और हरियाणा की एक युवती शामिल हैं।

प्रारंभिक पूछताछ में हरिकिशोर ने खुद को ग्राहक बताकर भ्रम फैलाने की कोशिश की, लेकिन गहन पूछताछ में वह अपनी असली पहचान उजागर कर बैठा। पुलिस ने बताया कि हरिकिशोर उर्फ राजकुमार ही इस अवैध गतिविधि का मुख्य संचालक है, जो फोन और ऑनलाइन भुगतान के माध्यम से ग्राहकों से संपर्क करता था।

केयरटेकर जयनारायण शर्मा ने स्वीकार किया कि वह मकान को किराए पर लेकर ग्राहकों और महिलाओं को कमरे उपलब्ध कराता था। युवतियों ने भी पुष्टि की कि राजकुमार ही उन्हें ग्राहकों से जोड़ता था और गूगल पे के जरिये भुगतान करता था।

कोतवाली प्रभारी विनोद सिंह गुसाईं ने बताया कि सभी आरोपियों के विरुद्ध अनैतिक व्यापार (निवारण) अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी गई है। मामले की गहन जांच जारी है।


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