उत्तरायणी समिति की बैठक में टिहरी सरोवर में सीवरेज डालने वाली फ्लोटिंग हट्स के खिलाफ गुरुवार को डीएम को ज्ञापन दिया जाएगा. 11 नवंबर को स्थानीय लोग देहरादून में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से मिलेंगे और उसके बाद भी अगर कोई कार्रवाई नहीं हुई तो टिहरी झील से हरिद्वार तक गंगा जल भरकर पैदल यात्रा निकाली जाएगी.
टिहरी झील में गंदगी डालने का विरोध
बुधवार को बावड़ी मिलन केंद्र में उत्तरायणी समिति की ओर से ली राय कंपनी के पीपीपी मोड में संचालित अस्थायी फ्लोटिंग हट्स के खिलाफ आंदोलन की रणनीति तैयार की गई. टिहरी झील में तैरती फ्लोटिंग हट्स को डंप करने के विरोध में स्थानीय निवासी फ्लोटिंग हट्स को बंद करने की मांग कर रहे हैं, लेकिन अब कार्रवाई नहीं होने पर आंदोलन की तैयारी कर रहे हैं.
बैठक में 24 संगठनों के पदाधिकारियों ने भाग लिया और बैठक में यह निष्कर्ष निकला कि गुरुवार को फ्लोटिंग हट्स के निर्माण के संबंध में डीएम डॉ. सौरभ गहरवार को ज्ञापन दिया जाएगा. उन्होंने कहा कि जब तक फ्लोटिंग हट्स के खिलाफ कार्रवाई नहीं हो जाती तब तक आंदोलन जारी रहेगा।
बैठक में समिति के अध्यक्ष कुलदीप पंवार, चंडी प्रसाद भट्ट, कमल सिंह मेहर, गुरु प्रसाद भट्ट, सुरम तोपवाल, लक्ष्मी प्रसाद भट्ट, ओमप्रकाश रतूड़ी, राकेश भूषण गोदियाल, मेहरबान सिंह नेगी, त्रिलोक चंद रमोला, नरेंद्र चंद रमोला, साब सिंह सजवान, खुशी लाल, बलम सिंह पंवार, बीपी बधानी, गोपाल रतूड़ी, बलदेव ठाकुर, रेणु पंवार, सरिता चौहान, मीना चौहान, संगीता नेगी आदि स्थानीय लोग मौजूद थे.
ढाबा संचालकों को जड़ीपानी में कूड़ा कूड़ा डाले जाने पर हिदायत
जड़ीपानी पर्यटन स्थल के होटल ढाबा मालिक जड़ीपानी के पास वन भूमि में कचरा फेंक रहे हैं, जिससे क्षेत्र में प्रदूषण फैल रहा है। वन भूमि पर अनियंत्रित रूप से कूड़ा फेंकने के बाद वन विभाग हरकत में आया और उन्होंने संबंधित होटल और ढाबा संचालकों को निर्देश दिया है कि यदि वन क्षेत्र में कचरा डंप किया जाता है तो संबंधित के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.