जागरण संवाददाता, नई टिहरी: तीन करोड़ रुपये की लागत से बने डोबरा-चांठी पुल की एप्रोच रोड महज तीन महीने में ही डूबने लगी है। डोबरा-चांठी पुल के चन्थी की ओर जाने वाली एप्रोच रोड कुछ दिन पहले की है। लोनिवि का कहना है कि जहां सड़क डूब गई है, वहां मिट्टी भर गई थी, जिससे सड़क डूब गई। इस कारण सड़क के निर्माण कार्य पर भी सवाल उठने लगे हैं।
तीन अरब रुपये की लागत से डोबरा-चन्थी पुल के निर्माण के साथ, चन्थी की ओर की एप्रोच रोड डूब गई है, और निर्माण की गुणवत्ता पर सवाल उठाया जाने लगा है। डोबरा-चांठी पुल का उद्घाटन मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने 8 नवंबर को किया था। इस पुल का निर्माण 14 वर्षों में किया गया है, जिसने प्रतापनगर ब्लॉक को सबसे अधिक लाभान्वित किया है। हालांकि, कुछ दिनों पहले पुल के लिए चेंठी की तरफ की एप्रोच रोड एक तरफ से ढह गई थी और कंक्रीट उखड़ने लगी थी। चन्थी साइड की एप्रोच रोड तीन करोड़ रुपये की लागत से बनाई गई है। स्थानीय ग्रामीण भी एप्रोच रोड की गुणवत्ता पर सवाल उठा रहे हैं। तीन महीने से पहले सड़क डूबने के बाद, लोनिवि का कहना है कि जहां सड़क डूब गई है, वहां मिट्टी भर गई थी। पानी के बहाव के कारण मिट्टी के डूबने के कारण सड़क डूब गई है। वहां सड़क की मरम्मत की जा रही है। लोनिवि के कार्यकारी अभियंता एसएस मखलोगा ने कहा कि दो मीटर की सड़क डूब गई है। यह चिता नहीं है। वहां सड़क की मरम्मत की जा रही है।