Uttarakhand Tehri News: टिहरी जिले के अमृत सरोवर को पर्यटन के नए केंद्र के रूप में विकसित करने की तैयारी प्रशासन कर रहा है। केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी परियोजना के तहत टिहरी जिले में 105 अमृत सरोवर बनाए जाने हैं। इनमें से अब तक 61 झीलें पूरी हो चुकी हैं।
इन झीलों के निर्माण का जिम्मा ग्रामीण विकास विभाग और वन विभाग को सौंपा गया है। अब मुख्य विकास अधिकारी मनीष कुमार ने अमृत सरोवर में पर्यटन विकास को लेकर कार्ययोजना तैयार करने के निर्देश दिए हैं. जिले में कुछ प्रमुख झीलों को चिन्हित किया गया है, जहां पर्यटकों के लिए पैडल बोट, कैम्पिंग और साहसिक खेलों की सुविधा स्थापित करने की तैयारी चल रही है।
प्रशासन का मानना है कि अगर इन अमृत सरोवर में पर्यटन विकास की सुविधाएं जुटाई और प्रचारित की जाएं तो यहां पर्यटन गतिविधियां बढ़ना तय है। मुख्य विकास अधिकारी ने बताया कि विकासखंड चंबा के जड़धार गांव में पायलट प्रोजेक्ट के तहत झील में पैडल बोट चलाने की तैयारी चल रही है. साथ ही यहां रॉक क्लाइंबिंग और ट्रेकिंग रूट की संभावनाएं भी तलाशी जा रही हैं।
ब्लॉकवार प्रमुख अमृत सरोवर
- विकासखंड, सरोवर
- चंबा, जड़धार गांव
- जाखणीधार, तुनियार
- जौनपुर, मोलधार
- प्रतापनगर, हलेथ
- नरेंद्रनगर, सैंण
- भिलंगना, असेना
- देवप्रयाग, ढुंगी
- कीर्तिनगर, ढुंगसीर
- थौलधार, बौर गांव
चिंतन शिविर के विचारों को धरातल पर उतारना चाहिए
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि चिंतन शिविर में जो भी विचार आए हैं, उन पर अमल किया जाए। इन्हें ठोस आकार देने के लिए कैबिनेट में लाया जाना चाहिए। सशक्त उत्तराखंड चिंतन शिविर के दूसरे सत्र के समापन पर बुधवार की शाम मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सभी अधिकारियों से चर्चा की. इस दौरान मुख्य सचिव डॉ. एसएस संधू ने मुख्यमंत्री को बताया कि दो दिनों तक शिविर में काफी सार्थक चर्चा हुई. उन्होंने कहा कि चर्चा के लिए आधा घंटा निर्धारित किया गया था, लेकिन चर्चा एक से डेढ़ घंटे तक चलती रही. उन्होंने कहा कि जिस तरह से चिंतन शिविर हो रहा है, उसी तर्ज पर हर महीने दो से तीन विभागों से चर्चा की जाएगी।