Drop Us An Email Any Enquiry Drop Us An Email info@e-webcareit.com
Call Us For Consultation Call Us For Consultation +91 9818666272

उत्तराखंड: सड़क पर नमकीन-बिस्किट बेचने को मजबूर पहली महिला पैरा शूटिंग चैंपियन, जानिए क्या है कहानी?

first female para shooting champion Dilraj Kaur

उत्तराखंड: सड़क पर नमकीन-बिस्किट बेचने को मजबूर पहली महिला पैरा शूटिंग चैंपियन, जानिए क्या है कहानी?

“सोचा था कि जब देश का नाम रोशन होगा, तो शायद मेरे घर में भी कुछ उजाला हो, लेकिन शायद ये नसीब नहीं था। मैं तब था जब देश को इसकी जरूरत थी, लेकिन अब किसी को मेरी जरूरत नहीं है। देश को पहली बार विमेंस पैरा शूटिंग चैंपियनशिप में चैंपियन बनाने वाली दिलराज कौर

की ये हैं बातें। दिलराज कौर इन दिनों अपना और अपने परिवार का पेट पालने के लिए सड़कों पर नमकीन और बिस्कुट बेचने को मजबूर हैं।

दिलराज कौर देश की पहली महिला पैरा शूटिंग चैंपियन हैं, जिन्होंने देश के लिए कई मेडल जीते हैं, लेकिन आज देश उन्हें भूल चुका है। महिला पैरा निशानेबाजी चैंपियन देश के लिए जिसने भी स्वर्ण पदक जीता, अब वही महिला भिखारी की तरह जीने को मजबूर है। दिलराज कौर इन दिनों देहरादून के गांधी पार्क के पास नाश्ता और बिस्किट बेचकर अपने परिवार का भरण पोषण कर रही हैं।

कई मेडल जीते, लेकिन आर्थिक स्थिति खराब

देहरादून के गोविंदगढ़ की रहने वाली दिलराज कौर अंतरराष्ट्रीय पैरालंपिक निशानेबाज हैं। उन्होंने दो दर्जन से अधिक स्वर्ण पदक जीते हैं। लेकिन अब दिलराज अपनी मां गुरबित कौर के साथ किराए के मकान में रहता है और आर्थिक तंगी के चलते गांधी पार्क के पास नमकीन-बिस्किट बेच रहा है.

दिलराज ने बताया कि उनकी आर्थिक स्थिति काफी खराब है। राज्य सरकार इनकी सुध भी नहीं ले रही है। कई बार नौकरी के लिए आवेदन करने के बाद भी उन्हें नौकरी नहीं मिली। आर्थिक तंगी के चलते नमकीन बेचकर पेट भरने को मजबूर हैं।

राज्य सरकार की ठोस नीति नहीं होने से खिलाडिय़ों को आर्थिक संकट का सामना करना पड़ रहा है। दिलराज कौर अपनी उपलब्धियों और शैक्षणिक योग्यता के आधार पर सरकार से खेल कोटे से नौकरी देने की मांग कर रही है, लेकिन नतीजा ढाक के तीन पाट ही साबित हुआ है.

दिलराज की उपलब्धियां

इंटरनेशनल पैरा फीमेल शूटर दिलराज ने २००५ में २९वीं नॉर्थ जोन शूटिंग चैंपियनशिप में ब्रॉन्ज जीता, चौथी उत्तराखंड स्टेट शूटिंग चैंपियनशिप में सिल्वर मेडल जीता। वहीं, केरल में आयोजित 15वीं ऑल इंडिया जीवी मावलेनकर शूटिंग चैंपियनशिप में चौथी रैंक हासिल की। हैदराबाद में 49वीं राष्ट्रीय निशानेबाजी चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीता और पहली अंतरराष्ट्रीय महिला निशानेबाज बनीं। 2004 में तीसरी उत्तरांचल स्टेट शूटिंग चैंपियनशिप में गोल्ड, कोयंबटूर में 14वीं ऑल इंडिया जीवीएम शूटिंग चैंपियनशिप में 12वीं रैंक हासिल कर भारत की पहली महिला पैरा शूटर बनीं।


Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Latest News in hindi

Call Us On  Whatsapp