देहरादून: उत्तराखंड में कोरोना वायरस को लेकर सरकार अभी से एक्टिव मोड में आ गई है. इस समय दुनिया के कई देशों में कोरोना वायरस की वजह से हालात बेकाबू हो गए हैं. ऐसे में उत्तराखंड में कोरोना वायरस को लेकर गाइडलाइन जारी की गई है. आप भी पढ़ें
उत्तराखंड कोरोनावायरस गाइडलाइन 22 दिसंबर
1- अस्पताल में आने वाले सभी मरीजों की कोरोना वायरस की जांच होनी चाहिए। आईडीएसपी के तहत पोर्टल में सभी सर्दी, इन्फ्लुएंजा रोगियों का विवरण अनिवार्य रूप से दर्ज किया जाना चाहिए।
2- कोरोना वायरस से बचाव के लिए आम जनता के बीच व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाए। भीड़भाड़ वाली जगहों पर मास्क पहनने के लिए प्रेरित करें।
3-कोरोनावायरस टीकाकरण कवरेज बढ़ाया जाए, नियमित रूप से आम जनता को टीकाकरण के लिए प्रेरित करने के लिए जागरूकता अभियान चलाया जाए। उच्च जोखिम वाले आबादी वाले क्षेत्रों में टीकाकरण अनिवार्य रूप से पूरा किया जाना चाहिए।
4- चिकित्सा इकाइयों में कोरोना संक्रमित मरीजों के इलाज के लिए पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन सिलेंडर, ऑक्सीजन कंसंट्रेटर, ऑक्सीजन बेड, वेंटिलेटर, आईसीयू बेड और आवश्यक दवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित की जाए. आगे पढ़िए
उत्तराखंड कोरोनावायरस गाइडलाइन 22 दिसंबर
5- शासकीय एवं निजी चिकित्सा इकाईयों में भर्ती कोरोना संक्रमित मरीजों की जानकारी प्रतिदिन प्राप्त की जाये। यह सुनिश्चित किया जाए कि कोरोना वायरस संक्रमित मरीजों को समय पर पूरा इलाज मिले।
6- हल्के लक्षण वाले संक्रमित मरीजों का इलाज होम आइसोलेशन में ही किया जाए। उनके स्वास्थ्य की लगातार निगरानी की जानी चाहिए। ऐसे मरीजों में कोई गंभीर लक्षण पाए जाने पर उन्हें तुरंत संबंधित अस्पताल रेफर किया जाए।
7- कोरोना वायरस टेस्ट के लिए आईसीएमआर भारत सरकार के दिशा-निर्देशों का पालन किया जाए। यदि सामुदायिक स्तर पर कोरोना वायरस का क्लस्टरिंग या केस पाया जाता है तो वहां जांच सुविधा की उपलब्धता एवं निरोधात्मक कार्रवाई की जाए।
8- कोरोना पॉजिटिव पाए गए सभी मरीजों के सैंपल आरटीपीसीआर जांच के लिए राजकीय मेडिकल कॉलेज भेजे जाएं. डीएसपी के तहत पोर्टल पर जानकारी अनिवार्य रूप से डाली जाए