कोरोना की पहली और दूसरी लहर के दौरान दुनियाभर में बच्चों में संक्रमण आठ से दस फीसदी के बीच रहा है। इनमें से ज्यादातर बच्चों में कोरोना के लक्षण नहीं पाए गए और ज्यादातर अपने घरों में ही रहकर स्वस्थ हो गए। बहुत कम बच्चों ने कोरोना के कारण अपनी जान गंवाई। अब जबकि कोरोना की तीसरी लहर को लेकर लोगों की चिंता बढ़ गई है, स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि तीसरी लहर में भी बच्चों में संक्रमण का स्तर इसके आसपास रह सकता है. इसलिए बच्चों के माता-पिता को ज्यादा चिंता करने की जरूरत नहीं है, बल्कि कोरोना से संबंधित व्यवहार को लेकर सतर्क रहने की जरूरत है। Continue reading कोरोना तीसरी लहर : एम्स के पूर्व निदेशक ने बताया कैसे खतरे में बच्चों की जान, उन्हें बचाने के लिए क्या किया जा सकता है
कोरोना तीसरी लहर : एम्स के पूर्व निदेशक ने बताया कैसे खतरे में बच्चों की जान, उन्हें बचाने के लिए क्या किया जा सकता है
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