#lockdown2021: देश में एक बार फिर लॉकडाउन की स्थिति बन रही है। स्वदेशी वैक्सीन की शुरुआत के बाद, टीकाकरण अभियान शुरू हुआ, हमने महसूस किया कि हमने कोरोना नियंत्रित किया था, लेकिन जैसे ही सावधानी हटी, दुर्घटना हो गई।
इसके साथ एक बार फिर दौर शुरू हो गया है, रात का कर्फ्यू, तालाबंदी (lockdown2021), स्कूल बंद होना। हर कोई समझता है कि कोरोना को रोकने के लिए लॉकडाउन एकमात्र तरीका नहीं है। यही कारण है कि सरकारें इसे टाल रही हैं, लेकिन ऐसे लोग हैं जो नियमों का पालन करने को तैयार नहीं हैं।
देश के हर बड़े शहर में लोग लापरवाही से इधर-उधर भटक रहे हैं। चेहरे पर मास्क नहीं है, शारीरिक दूरी का पालन नहीं किया जा रहा है। ऐसे लोगों को वर्ष 2020 के लॉकडाउन की उन तस्वीरों को दिखाया जाना चाहिए, जब कई गरीब लोग भोजन के लिए तरस रहे थे।
लाखों लोगों को अपना काम छोड़कर गाँवों में जाना पड़ा। परिवारों के बच्चे पूरी तरह से यहां फंस गए थे। घर में बूढ़े मां-बाप की देखभाल करने वाला कोई नहीं था। लोग अस्पताल जाने से डरते थे। हर व्यक्ति हैरान था, हर चेहरे पर परेशानी थी। आगे क्या होगा इसका डर था।
लोग इन तस्वीरों को देखकर सबक लेते हैं और नियमों का पालन करना शुरू कर देते हैं। अन्यथा, लॉकडाउन 2020 की तरह लॉकडाउन 2021 के लिए तैयार हो जाएं।