देहरादून – मुख्य सचिव डॉ. एस.एस.संधू ने सचिवालय में एमएसएमई का आयोजन किया। उन्होंने इसकी समीक्षा करते हुए कहा कि राज्य में सूक्ष्म और लघु उद्योगों का बहुत महत्व है. यह राज्य की अर्थव्यवस्था में अहम भूमिका निभा सकता है।
मुख्य सचिव ने श्रद्धालुओं के लिए सोवेनियर तैयार करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि सोवेनियर के लिए डिजाइन, गुणवत्ता, उत्पादन और मार्केटिंग पर फोकस होना चाहिए। आकार और पैकेजिंग पर भी विशेष ध्यान दिया जाना चाहिए, ताकि भक्तों को उन्हें ले जाने में कोई परेशानी न हो।
मुख्य सचिव ने शिकायत निवारण तंत्र को मजबूत करने के निर्देश देते हुए कहा कि राज्य और जिला दोनों स्तरों पर शिकायतों के निवारण को प्राथमिकता दी जाए. साथ ही किसी भी प्रकार की योजना लाने के लिए निवेशकों से सुझाव जरूर लें। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना सहित अन्य योजनाओं के संबंध में फील्ड स्तर पर फीडबैक लिया जाए, ताकि उद्यमियों को योजनाओं का अधिक से अधिक लाभ मिल सके और वन डिस्ट्रिक्ट टू प्रोडक्ट (ओडीटीपी) को अधिक से अधिक बढ़ावा दिया जा सके।
मुख्य सचिव ने विभागीय प्रक्रियाओं को सरल बनाने के निर्देश दिए ताकि निवेशकों और स्वरोजगार करने वालों को प्रोत्साहित किया जा सके। उन्होंने कहा कि सिंगल विंडो सिस्टम पर ज्यादा से ज्यादा फोकस किया जाए। इस अवसर पर सचिव डॉ. पंकज कुमार पाण्डेय एवं उद्योग महानिदेशक रोहित मीणा सहित निदेशक सुधीर नौटियाल एवं अन्य उच्च अधिकारी उपस्थित थे।